प्यार..............
एक खुशनुमा एहसास.....
कभी मेरे पास तो कभी उनके पास....
ऐसा लगा जैसे हो समुन्दर की प्यास..........
उनकी एक झलक पाने का एहसास....................
मचल उठी जिन्दगी जीने की आस.............................
वो तो है मेरे लिए सबसे खास...........................................
पर मैं न जीत सका उनका विस्वास........................................
एह दिल-ऐ-नादान तू होना न उदास.................................................
क्यूंकि जिन्दगी के किसी मोड़ पैर हम होंगे उनके सबसे पास...............................
Tuesday, February 17, 2009
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